Tuesday, April 15, 2014

Photo Blog Series 11

Caspar Netscher - Young Girl Holding a Letter

परदा लगे रहे अहसासों पे
हटे तो हटे कमल से जब सूरज आये पार
मुरझा भी जाए बिन सूरज के
लेकिन परदा हटे, तो सिर्फ दोहराने अपने प्यार

इतना प्यार है दिल मे
पर शब्दों का है प्यासा
मजबूर है निशब्द रेहने को
वो क्या जाने हम है प्यासे शब्दों के
इकरार मंज़ूर करने को

कविता अब नहीं जचेगी
चाँद छिप चुका बादल मे
कहाँ खोजें हम प्रेरणा को
जो लेके चले गये तुम हमसे!

Photo Blog Series 10


Unfulfilled

Love walks away
To become someone else’s
Solitude so grave
No hope, not even traces.

Love comes around
When life loses the game
Making the self bound
To jokes & miseries just the same.

Giving up on you, on hope
Love, don’t bind me to you
This fall seems tough to cope
A fatal abyss, survivors too few.